Kawardha News Today :- 🌧️🌧️”मोर गॉंव मोर पानी” (My Village, More Water) 🌾🌾🌾 छत्तीसगढ़ सरकार की एक महत्त्वाकांक्षी पहल है, जिसका मुख्य उद्देश्य गांवों में जल संरक्षण को बढ़ावा देना और वर्षा जल संचयन के माध्यम से जल की उपलब्धता सुनिश्चित करना है।
कवर्धा का जल जूनून :-
कवर्धा जिले में राज्य सरकार आऊ जिला प्रशासन के समन्वय से ” मोर गॉव मोर पानी”
अभियान के तहत वर्षा जल संचयन की ऐतिहासिक पहल ! 12 घंटे में सर्वाधिक सोख्ता गढ्डे जो है खोद कर जल संरक्षण में रचा गया विश्व रिकार्ड !
Also Read
RICHA DIXIT Net Worth ‘₹ 5-6 crore
आप को बता दे की जिला कलेक्टर आदरणीय गोपाल वर्मा की सक्रिय नेत्तृत्व भूमिका में आऊ जनसहभागिता से ये कार्य सफल हुवा है! जो छत्तीसगढ़ को जल क्रांति की दिशा में एक नई पहचान दिलाई !
यह पहल न सिर्फ राज्य बल्कि जो है पूरे देश और दुनिया को जो है एक सन्देश देते हुए की “जल बचाओ,भविष्य बचाओ “ का सशक्त सन्देश देती है !
कबीरधाम जिले में केवल 12 घंटे के भीतर जिले के 999 गांवों में 1,02,098 सोख पिट बनाए गए, वहीं 1,17,504 नागरिकों ने जल संरक्षण की शपथ लेकर पर्यावरण बचाने का संकल्प लिया। इस अभूतपूर्व सफलता के लिए गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के एशिया प्रमुख श्री मनीष विश्नोई स्वयं कवर्धा पहुंचे और कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा तथा जिला पंचायत सीईओ श्री अजय कुमार त्रिपाठी को प्रोविजनल वर्ल्ड रिकॉर्ड प्रमाण पत्र सौंपा।
गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ कबीरधाम जिले का नाम
Also Read
बोडला ,ग्राम रामचुवा के पास दो बाइको में जबरदस्त टक्कर हादसे में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल, देखे video
🌿 अभियान का उद्देश्य:
-
वर्षा जल का संरक्षण:
बारिश के पानी को बहने से रोककर ज़मीन में रिसने देना ताकि भूजल स्तर सुधरे। -
कृषि में मदद:
जल उपलब्ध होने से किसान सिंचाई के लिए जल का उपयोग कर सकते हैं। -
पेयजल की व्यवस्था:
गांवों में हैंडपंप और कुएं सूखने से रोकने में मदद मिलती है।
🌾 इसके लाभ:
-
भूजल स्तर में वृद्धि
-
किसानों को सूखा राहत
-
पीने के पानी की समस्या में कमी
-
पर्यावरणीय संतुलन में सुधार
- सामुदायिक भागीदारी और जन-जागरूकता
” यदि हर गांव हर राज्य ,हर देश इस दिशा में ठान ले, तो आने वाला कल पानीदार और हरियाली भरा हो सकता है।”