Skip to content

 मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय and राज्यपाल श्री रमेन डेका ने वॉटर वुमन शिप्रा पाठक का किया सम्मान !

 मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने वॉटर वुमन शिप्रा पाठक का किया सम्मान !

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाली “वॉटर वुमन” के नाम से विख्यात शिप्रा पाठक ने सौजन्य भेंट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने शिप्रा पाठक के पर्यावरण संरक्षण और विशेष रूप से सिंदूर पौधरोपण को जन-जन तक पहुंचाने में उनके महत्वपूर्ण योगदान की सराहना की।

उन्होंने शिप्रा पाठक को शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। उल्लेखनीय है कि शिप्रा पाठक ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और समाज में जागरूकता फैलाने के लिए किए गए कार्यों के लिए व्यापक स्तर पर पहचान प्राप्त की है। उनके नेतृत्व में पौधरोपण अभियान ने न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा दिया है, बल्कि आम लोगों को पेड़ लगाने और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रेरित भी किया है।

इस अवसर पर बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय, लखनऊ के प्रोफेसर हरिशंकर सिंह भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि शिप्रा पाठक के पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में किए गए कार्य समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि छत्तीसगढ़ सरकार पर्यावरण संरक्षण के लिए निरंतर कार्य कर रही है और ऐसे प्रयासों को हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा।

राज्यपाल श्री रमेन डेका से आज यहां राजभवन में वाटर वुमेन और पंचतत्व फाउंडेशन नोएडा (उ.प्र) की संस्थापक सुश्री शिप्रा पाठक ने सौजन्य भेंट की। सुश्री पाठक ने बताया कि उन्होंने आयोध्या से रामेश्वरम तक पद यात्रा की है साथ ही गोमती एवं सरयू नदी के उद्गम से लेकर समागम तक यात्रा कर 25 लाख पौधे नदियों के किनारे लगाए और नदियों की सफाई के लिए लोगों को जागरूक किया। इस अभियान में उनके साथ 15 लाख लोग जुड़े हुए है। छत्तीसगढ़ में भी यह अभियान चलाया जाएगा जिसमें विद्यार्थियों, युवाओं, सामाजिक संगठनों, स्वयंसेवी संस्थानों को जोड़ा जाएगा।

श्री डेका ने पर्यावरण एवं जल संरक्षण के लिए उनके द्वारा किए जा रहे कार्याे की सराहना करते हुए उन्हें स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होंने भी राज्यपाल को सिंदूर का पौधा भेंट किया।

इस अवसर पर फाउंडेशन के सदस्य प्रोफेसर श्री हरिशंकर सिंह उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *